प्राणायाम का महत्व: जानें कैसे यह आपके जीवन को बदल सकताहे !
नमस्ते दोस्तों! मैं RCM GURUKUL पर आपका स्वागत करता हूँ I आज हम एक बहुत महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करेंगे – “प्राणायाम का महत्व”. आपने भी सुना होगा कि प्राणायाम न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए भी। तो चलिए, इस महत्वपूर्ण यात्रा में साथ चलें और जानें कैसे प्राणायाम आपके जीवन को पूरी तरह से बदल सकता हे I
प्राणायाम क्या हे और प्राणायाम का महत्व:
प्राणायाम योग का एक अंग है, जिसमें सांस को नियंत्रित करके प्राण या जीवन शक्ति को बढ़ाया जाता है। प्राणायाम से शरीर, मन, और आत्मा को स्वस्थ और सुखी रखा जा सकता है।
प्राणायाम दो शब्दों के मेल से बना है: प्राण और आयम। प्राण का मतलब महत्वपूर्ण ऊर्जा या जीवन शक्ति है। वह शक्ति जो सभी चीजों में मौजूद है, चाहे वो जीवित हो या निर्जीव। प्राणायाम श्वास के माध्यम से यह ऊर्जा शरीर की सभी नाड़ियों में पहुँचाती हे Iआयाम का मतलब है नियमन इस प्रकार प्राणायाम का अर्थ हे जीवन शक्ति का नियमन I प्राणायाम में सांसों पर नियंत्रण करके जीवन शक्ति को बढाया जाता हेI
प्राणायाम करने के लाभ और प्राणायाम का महत्व:
- प्राणायाम से शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है और शरीर में BLOOD सर्कुलेशन अच्छी प्रकार होने लगता हे जिससे शरीर को ज्यादा उर्जा मिलती हे और IMMUNE POWER बढ़ता हे I
- प्राणायाम से शरीर के विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं जिससे शरीर की शुद्धि होती है। इससे शरीर की चर्बी भी कम होती है। और वजन नियंत्रण में रहता है।
- प्राणायाम से मन को ख़ुशी और शांति मिलती हे Iइससे तनाव ,चिंता और अवसाद जेसी मानसिक समस्याएं दूर होती हें I
- प्राणायाम से मन की एकाग्रता, स्मरण शक्ति, और बुद्धि बढ़ती है। प्राणायाम से मन का विकास होता है, और मन में नई नई विचार और रचनात्मकता आती है।
- प्राणायाम से शरीर की मांसपेशियों, जोड़ों, और हड्डियों को व्यायाम मिलता है, और शरीर का पोस्चर भी सुधरता है।
- प्राणायाम श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखता है, और अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, एलर्जी, और अन्य श्वास संबंधी रोगों से बचाव और आराम मिलता है।
- प्राणायाम पाचन तंत्र को सुधरता है, और कब्ज, गैस, अम्लता, और अन्य पेट संबंधी रोगों से निजात मिलती है।
- प्राणायाम हृदय को मजबूत बनाता है, और रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, और अन्य हृदय संबंधी रोगों से बचाता है।
- प्राणायाम थाइरॉइड को सक्रिय रखता है, और थाइरॉइड संबंधी रोगों से बचाता है।
- प्राणायाम त्वचा को स्वस्थ और सुंदर बनाता है, और त्वचा संबंधी रोगों से बचाता है।
- प्राणायाम बालों को स्वस्थ और घना बनाता है, और बालों के झड़ने, सफेद होने, और अन्य बाल संबंधी समस्याओं से बचाता है।
- प्राणायाम से यौन शक्ति और संतुष्टि बढ़ती है, और यौन संबंधी रोगों से बचाता है।
प्राणायाम करते समय रखें ये सावधानियां:
1.प्राणायाम करने से 4 घंटे पहले तक कुछ खाने से बचें:
प्राणायाम का अभ्यास करने से कुछ समय पहले यानी 3 से 4 घंटे पहले तक कुछ भी खाने से बचना चाहिए। अगर आप खाना खाकर इसका अभ्यास करते हैं तो इसकी वजह से कई समस्याएं हो सकती हैं। खाना खाने के बाद प्राणायाम का अभ्यास करने से इसके फायदे भी नहीं मिलते हैं। खाने के बाद प्राणायाम का अभ्यास करने से आपको शरीर में ऐंठन, उल्टी और मतली की समस्या हो सकती है।
2. दमा और ब्लड प्रेशर के मरीजों को सावधानी से करना चाहिए प्राणायाम :
दमा और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को प्राणायाम का अभ्यास सावधानी से करना चाहिए। दमा के मरीजों को प्राणायाम धीरे धीरे करना चाहिए। इसके अलावा HIGH BP के मरीजों को भी प्राणायाम का अभ्यास धीरे धीरे करना चाहिए।
3.ध्यान के दौरान सावधान रहें :
MEDITATION करते समय हमारा मन भटकता रहता हे उस से बचने के लिए हम एक तरीका अपनाना चाहिए कि हमें अपना ध्यान अपने सांसो पर केन्द्रित रखना चाहिए और मन की आँखों से आती जाती सांसो को देखना चाहिए I
4. शरीर में चोट लगने पर न करें प्राणायाम :
यदि आपको चोट लगी हे या आपको बुखार हे तो आपको प्राणायाम नहीं करना चाहिए I
प्राणायाम का अभ्यास करने से पहले इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। योग, ध्यान या प्राणायाम का अभ्यास करते समय गलतियों को दोहराने से आपको फायदे की जगह नुकसान हो सकता हैI
प्राणायाम के प्रकार :
मुख्य प्राणायाम हें :
1.भस्त्रिका प्राणायाम
2.कपालभाती प्राणायाम
3.अनुलोम विलोम प्राणायाम
4.सुर्यभेदी प्राणायाम
5 .चंद्रभेदी प्राणायाम
6.उद्गीत प्राणायाम
7.उज्जाई प्राणायाम
8.शीतली प्राणायाम
9.अग्निसार क्रिया
आने वाले लेखों में इन सब के बारे में विस्तार से बात करेंगें I
योग के लाभ जानने के लिए ये विडियो देखें
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READ MORE –Yoga ke Labh:योग के लाभ
FAQ:
Q1: प्राणायाम क्या होता है?
A1: प्राणायाम द्वारा, हम नियंत्रित रूप से अपने श्वास को संयमित करते हैं, जो हमारे शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है।
Q2: प्राणायाम कितनी देर तक किया जाए?
A2: आमतौर पर, प्राणायाम का अभ्यास दिन में 15-30 मिनट तक किया जाना चाहिए। इसे नये बच्चों से धीरे-धीरे शुरू करें और समय के साथ बढ़ाएं।
Q3: प्राणायाम करने पर क्या लाभ होते हैं?
A3: प्राणायाम करने से हमारे दिमाग में शांति और स्थिरता बढ़ती है, उच्च रक्तचाप को कम करता है, सांसों को मजबूत करता है और मनोविज्ञानिक तनाव को कम करता है।
Q4: प्राणायाम किस समय करना सबसे उपयुक्त है?
A4: सबसे अच्छा समय प्राणायाम करने के लिए सुबह का समय है, या फिर साम और रात के बीच का निर्दिष्ट समय। प्राणायाम को भोजन के लगभग एक घंटा पहले करना भी उपयोगी होता है।
Q5: प्राणायाम के तरीके क्या हैं?
A5: प्राणायाम के कई विभिन्न तरीके हैं, जैसे साणाप्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम, अनुलोम-विलोम प्राणायाम और कपालभाति प्राणायाम। प्राणायाम गाइड के माध्यम से इन तकनीकों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती हे I
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. Health Gurukul इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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