दिमाग को रखना है स्वस्थ तो करें ये 10 योग।
नमस्ते दोस्तों ,RCM GURUKUL पर आपका स्वागत हे Iदिमाग हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग हे जो सारे शरीर को कण्ट्रोल करता हे और सभी अंगों से काम करवाता हे Iहमारे शारीर की सभी प्रणालियाँ केवल तभी अच्छी तरह काम करेंगी जबकि हमारा दिमाग पूर्ण रूप से स्वस्थ हो Iहमारे दिमाग को स्वस्थ और तेज बनाए रखने में योगासनों का बहुत योगदान होता हे Iइस लेख में हम बात करेंगे किदिमाग को रखना है स्वस्थ तो करें ये 10 योगI
आपने योग के बारे में तो सुना ही होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि योग आपके दिमाग के लिए कितना फायदेमंद है? योग एक प्राचीन विज्ञान है, जो आपके शरीर, मन, और आत्मा को स्वस्थ और संतुलित बनाने में मदद करता है। योग के अनेक लाभ हैं, जिनमें से एक है बेहतर मस्तिष्क स्वास्थ्य।
योग से आपका मस्तिष्क शांत, स्पष्ट, और तेज होता है। योग से आपके मस्तिष्क में बुद्धि, स्मृति, एकाग्रता, और अनुभूति की क्षमता बढ़ती है। योग से आपके मस्तिष्क का BLOOD CIRCULATION बढ़ता है, जिससे आपके मस्तिष्क की कोशिकाओं को ज्यादा मात्र में ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं। योग से आपका मूड अच्छा होता है और आपको ANXIETYऔर STRESS व् अन्य मानसिक विकारों से छुटकारा मिल जाता है।
योग में कुछ ऐसे आसन, प्राणायाम, और ध्यान हैं, जो आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इनमें से कुछ हैं-
दिमाग को रखना है स्वस्थ तो करें सर्वांगासन:
सर्वांगासन को करने के लिए जमीन पर पीठ के बल लेट जाइए, अपने पैरों को ऊपर की तरफ उठाइए और अपने हाथों से अपनी कमर को सहारा देते हुए पैरों को सीधा रखिये। अपने सिर को जमीन पर रखें। इस आसन को आप 20 से 30 सेकंड तक कर सकते हैं। इसके दौरान आपको अपनी सांसों को सामान्य रखना है। इस आसन के द्वारा हमारे दिमाग को ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन और ब्लड की सप्लाई मिलती है, जिससे हमारा दिमाग तेज और स्वस्थ होता है। यह आसन सारे शरीर को स्वस्थ बनाने में सहायता करता है।
2.दिमाग को रखना है स्वस्थ तो करें पद्मासन :
पद्मासन को करने के लिए जमीन पर बेठ जाएँ ,अपने बाएं पैर की एडी को दाई जांघ पर इस प्रकार रखें कि एडी अप्पकी नाभि के पास आजाये Iअब दायें पैर को उठा कर बाई जांघ पर इस प्रकार रखें कि दोनों एडियाँ नाभि के पास आपस में मिल जाएँ I कमर और गर्दन को सीधा रखें Iइस अवस्था में शुरू में 5-10 मिनट बेठें और धीरे धीरे इसके समय को बढायें I पद्मासन हमारी बुद्धि बढ़ती है और दिमाग तेज होता है।इससे हमारा मन शांत होता हे Iइस आसन में बेठ कर MEDITATION करना बहुत आसन होता हे I
इस आसन से तनाव और चिंता दूर होते हें और अनिंद्र की समस्या से छटकारा प्राप्त होता हे I
3.दिमाग को रखना है स्वस्थ तो करें ताड़ासन :
ताड़ासन एक योगासन है जो आपके शरीर को खड़े रहने के लिए तैयार करता है। इसे पाल्म ट्री पोज या माउंटेन पोज भी कहा जाता है। इस आसन को करने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा-
- दोनों पंजों को मिलाकर या उनके बीच में 10 सेंटीमीटर की जगह छोड़कर खड़े हो जाएं और बाजुओं को बगल में रखें।
- शरीर को स्थिर रखें और हाथों को सर के उपर उठा लें ,उँगलियों को आपस में फसा कर हथेलियाँ उपर की तरफ रखेI
- एडियों को ऊपर उठा कर पंजो पर BALANCE बनायें I
- 5-10 सेकंड ऐसे ही खड़े रहें और फिर वापिस आ जाएँ I
- 5-10 बार इसे दोहराएँ I
ताड़ासन के लाभ:
ताड़ासन करने से आपके शरीर के कई लाभ होते हैं।यह हमारे दिमाग को तेज बनाता हे , इससे आपका रक्त संचार बेहतर होता है, आपकी रीढ़ और कमर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, आपका मानसिक संतुलन बना रहता है, और आपका आत्मविश्वास बढ़ता है।
ताड़ासन आपके हृदय के लिए भी फायदेमंद होता है। इससे आपका हृदय अधिक ऑक्सीजन लेता है, आपका रक्तचाप नियंत्रित रहता है, और आपके हृदय की धड़कन सामान्य होती है। इसके अलावा, ताड़ासन आपके हृदय की रोगों से बचने में भी मदद करता हैI
4 .दिमाग को रखना है स्वस्थ तो करें पस्चिमोतानासन:
पस्चिमोतान आसन एक प्रसिद्ध योग आसन है, जो आपके पीठ, पैर, और पेट को खींचता है, और आपको शारीरिक और मानसिक रूप से लाभ पहुंचाता है। इस आसन को करने का तरीका निम्नलिखित है:
- एक चटाई या कम्बल पर बैठें, और अपने पैरों को सामने की ओर सीधा रखें।
- अपनी कमर को सीधा रखें, और अपने हाथों को अपने पैरों के ऊपर रखें।
- अपनी सांस को रोकें, और अपने हाथों को अपने पैरों की उंगलियों तक खींचें। अगर आप अपने पैरों की उंगलियों को नहीं पकड़ सकते हैं, तो अपने पैरों के टखने या घुटनों को पकड़ें।
- अपने सिर को अपने घुटनों की ओर झुकाएं, और अपने पीठ को जितना हो सके मोड़ें।
- इस स्थिति में कुछ सेकंड तक रुकें, और अपनी सांस को छोड़ें।
- धीरे-धीरे अपने हाथों और सिर को वापस लाएं, और आराम से बैठें।
- इस आसन को 3 से 5 बार दोहराएं।
पस्चिमोतान आसन के लाभ निम्नलिखित हैं:
- यह आपके मस्तिष्क को शांत करता है, और आपको तनाव, चिंता, अवसाद, और नींद की समस्याओं से मुक्ति देता है।
- यह आपके पीठ, पैर, और पेट की मांसपेशियों को खोलता है, और उन्हें लचीला बनाता है।
- यह आपके पाचन, श्वसन, और प्रजनन तंत्र को सुधारता है, और आपको कब्ज, गैस, एसिडिटी, अस्थमा, श्वसन समस्याओं, और यौन दुर्बलता से राहत देता है।
- यह आपके रक्त का संचार बढ़ाता है, और आपको रक्तचाप, डायबिटीज, और हृदय रोगों से बचाता है।
5 .दिमाग को रखना है स्वस्थ तो करें हलासन :
हलासन एक योगासन है, जो आपके पीठ, गर्दन, पेट, थायराइड, रक्तचाप, मधुमेह, और अन्य रोगों को ठीक करने और रोकने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए, आपको अपने पैरों को सिर के पीछे लाकर जमीन पर रखना होता है, और अपने हाथों से अपनी कमर को सहारा देना होता है। इससे आपका शरीर एक हल की तरह दिखता है, इसलिए इसका नाम हलासन है।
हलासन के अभ्यास से STRESS और थकान दूर होती हे Iइससे दिमाग को शांति मिलती हे Iयह DIABETES और थाइरोइड के इलाज में सहायक
होता हे Iअपने दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए हमे हर रोज 5 मिनट हलासन करना चाहिए I
6 .दिमाग को रखना है स्वस्थ तो करें सेतुबंध आसन :
सेतुबंधासन एक ऐसा योगासन हे जिसमे शरीर को पुल की आक्रति में मोड़ा जाता हे I इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेट जाइए और अपने पेरों को मोड़ कर खड़ा कर लीजियेऔर अपनी कमर को उपर उठा लीजिये Iअपने हाथों से पीठ को सहारा देते हुए सर को जमीं पर रखिये I इस स्थिति में कुछ देर रुकिए और फिर वापिस आ जाइए I
सेतुबंधासन के कई फायदे हैं, जैसे कि:
- यह पीठ, पैर, और पेट की मांसपेशियों को खोलता है, और उन्हें लचीला बनाता है।
- यह पाचन, श्वसन, और प्रजनन तंत्र को सुधारता है, और कब्ज, गैस, एसिडिटी, अस्थमा, श्वसन समस्याओं, और यौन दुर्बलता से राहत देता है।
- यह मस्तिष्क को शांत करता है, और तनाव, चिंता, अवसाद, और नींद की समस्याओं से मुक्ति देता है।
- यह रक्त का संचार बढ़ाता है, और रक्तचाप, डायबिटीज, और हृदय रोगों से बचाता है।
7 .दिमाग को रखना है स्वस्थ तो करें विपरीतकरणी(Legs Up The Wall Pose):
यह आसन आपके पैरों, कमर, और पेट को आराम देता है, और आपके शरीर का रक्त संचार बढ़ाता है। इस आसन को करने के लिए, आपको अपनी कमर को दीवार के पास लाना है, और अपने पैरों को दीवार के सहारे सीधा उठाना है। आपको इस आसन में 10 से 15 मिनट रहना है, और अपनी सांसों को सामान्य रखना है।
विपरीतकरणी (Legs Up The Wall Pose) के लाभ:
विपरीतकरणी शरीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। यह आसन कई तरह के लाभ प्रदान करता है:
- ताजगी और ऊर्जा का स्रोत: विपरीतकरणी के दौरान शरीर का रक्त प्रवाह सुधारता है और शरीर की ऊर्जा को बढ़ावा देता है।
- शारीरिक थकान को दूर करना: यह आसन शरीर के थकावट को कम करता है और मांसपेशियों को आराम देता है, जिससे शारीरिक थकान दूर होती है।
- स्थायिता और संतुलन में सुधार: विपरीतकरणी से स्थायिता और संतुलन में सुधार होता है, जिससे कमर की मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं।
- अच्छी नींद का सुनिश्चित करना: इस आसन को रात्रि में करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होती है और अच्छी नींद मिलती है।
- मानसिक स्थिति में सुधार: विपरीतकरणी में रहने से मानसिक स्थिति में शांति और सामंजस्य होता है। इस आसन के दौरान STRESS और ANXIETY को दूर करने में मदद मिलती है, और व्यक्ति अधिक सकारात्मक महसूस करता है।
- रक्त प्रवाह में सुधार: पैरों को दीवार पर रखने से रक्त प्रवाह में सुधार होता है जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता हैI
- पीठ और गर्दन में सुधार: यह आसन पीठ और गर्दन को आराम पहुंचाकर स्थायिता में सुधार करता है।
विपरीतकरणी को ध्यानपूर्वक और सही तरीके से करने से यह ऊर्जा पूर्ण और सकारात्मक भावना पैदा करता है और शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है और दिमाग को स्वस्थ रखने में सहायता करता हे I
8.दिमाग को रखना है स्वस्थ तो करें वज्रासन :
वज्रासन एक एसा योगासन हे जो खाना खाने के बाद किया जा सकता हे Iइस को करने के लिए अपने घुटनों को पीछे की तरफ मोड़ लें और अपने कूल्हों को एडी पर रख लें .दोनों पैर एक दुसरे से अलग रखें.आपकी कमर और गर्दन सीधी होनी चाहिए I अपने दोनों हाथ जंघाओं पर रखे और गहरी साँस लें और छोड़ें I2-3 मिनट से शुरू करके इस आसन में बेठने के समय को कितना भी बढ़ाया जासकता हे I
वज्रासन दिमाग को शांत और स्थिर रखने में सहायता करता हे Iयह आसन ध्यान लगाने में सहायक होता हे Iयह पाचन को सुधरता हे Iघुटनों और कमर दर्द को ठीक करता हे I
9 .दिमाग को रखना है स्वस्थ तो करें भ्रामरी प्राणायाम :
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक सभी लोगों के लिए रोजाना भ्रामरी प्राणायाम करना सेहत के लिए विशेष लाभदायक हो सकता है। इसे हमिंग बी ब्रीदिंग तकनीक के रूप में भी जाना जाता है, जो दिमाग को तुरंत शांत करने के लिए बहुत प्रभावी प्राणायाम है। भ्रामरी प्राणायाम आपके मन को शांत रखने, चिंता और क्रोध जैसी समस्याओं को कम करने में बेहद सहायक हो सकता है।
योग विशेषज्ञों के मुताबिक जिन लोगों को अक्सर तनाव की समस्या होती है, उनके लिए इस प्राणायाम का अभ्यास करना विशेष लाभदायक हो सकता है। नींद, ब्लड प्रेशर, तनाव जैसी समस्याओं को कम करने के लिए इस प्राणायाम को बेहद कारगर माना जाता है।
भ्रामरी प्राणायाम करने का तरीका:
- सबसे पहले किसी शांत और अच्छी हवादार जगह पर बैठें और अपनी आँखें बंद कर लें।
- पहली ऊँगली माथे पर रखें, तीन उंगलियों से आंख बंद करें, अंगूठों से कान बंद करें जिससे ना तो बाहर की कोई चीज दिखाई दे और न ही सुने दे I
- अपना मुंह बंद रखते हुए नाक से ही सांस लें और छोड़ें। सांस छोड़ने के दौरान ऊँ का उच्चारण भी कर सकते हैं।
- इस प्रकिया को 5 से 7 बार दोहराएं।
भ्रामरी प्राणायाम के लाभ
- यह तनाव का सबसे अच्छा इलाज है। यह आपके मस्तिष्क को शांत बनाए रखने में मदद करता है।
- भ्रामरी प्राणायाम रक्तचाप को कम करता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर से राहत मिलती है।
- यह तनाव को दूर करता है, बेहतर नींद के लिए इसे रात्रिकालीन नियमित योग के रूप में शामिल किया जाता है।
- भ्रामरी प्राणायाम पीनियल और पिट्यूटरी ग्रंथियों को उत्तेजित करके उन्हें लाभ पहुंचाता है।
- भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास क्रोध को शांत करने में मदद करता है।
- यह हार्ट ब्लॉकेज को रोकता है।
- यह गहरी नींद को प्रेरित करने में मदद करता हे I
10 .दिमाग को रखना है स्वस्थ तो करें MEDITATION :
मेडिटेशन करने के लिए सुखासन, पदमासन या वज्रासन में बैठी। अपनी कमर और गर्दन को सीधी रखिए और ध्यान मुद्रा में बेठिये .लम्बे साँस लेने हें और लम्बें ही छोड़ने हे .अपनी मन की आँखों से देखना हे चलते हुए सांसों को जिससे आपका मन भटके नहीं I1-2 मिनट से शुरू करके मैडिटेशन को 5-10 मिनट तक बढ़ाया जा सकता हे I
मैडिटेशन से नींद न आने की समस्या दूर होती हे .स्टूडेंट्स की फोकस करने की पॉवर बढती हे .एकाग्रता बढती हे .मन शांत होता हे .दिमाग स्वस्थ और ACTIVE बनता हे .हमे चिंताओं से छटकारा मिलता हे I
सारांश :
इस पोस्ट के सारांश में हम कह सकते हैं कि दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए योग एक महत्वपूर्ण औजार हैं। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी सुनिश्चित करने में मदद करता है। इसके माध्यम से हम अपने मानसिक स्थिति को सुधार सकते हैं, स्ट्रेस को कम कर सकते हैं और आत्म-समर्पण में वृद्धि कर सकते हैं। इसलिए, इन 10 योगासनों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके हम अपने दिमाग को सकारात्मकता और स्वस्थता की दिशा में बढ़ावा दे सकते हैं। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि हम अपनी स्वास्थ्य को लेकर सजग रहें और नियमित रूप से योग का अभ्यास करें, ताकि हम जीवन को सकारात्मकता और आनंद से भर सकें।
योग के लाभ जानने के लिए ये विडियो देखें
https://youtu.be/zA7camagW_Q
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FAQ:
1. स्वस्थ दिमाग के लिए कौनसे योग आवश्यक हैं?
उत्तर: सर्वांगासन, पद्मासन, अनुलोम विलोम, भ्रामरी, ध्यान योग।
2. दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए कितना समय योग करना चाहिए?
उत्तर: रोजाना 30-40 मिनट योग अभ्यास करना चाहिए।
3. सटीकता के साथ योग कैसे करें दिमाग के लिए?
उत्तर: दिमागी तनाव को कम करने के लिए योग आवश्यक है, प्रतिदिन योग करें।
4. दिमाग की शांति के लिए अनुलोम विलोम कैसे करें?
उत्तर: बैठें, आंखें बंद करें, श्वास को नियंत्रित करें, सही तरीके से प्राणायाम करें।
5. योग से दिमाग की प्रभावशीलता में कैसे सुधार होगा?
उत्तर: योग के द्वारा दिमाग की सक्रियता बढ़ेगी, एकाग्रता और मेमोरी पर अच्छा प्रभाव होगा और दिमाग को ताजगी मिलेगी I
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. Health Gurukul इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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