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हृदय के लिए योग

हृदय के लिए योग: आपका सबसे अच्छा दोस्त

परिचय:

नमस्ते दोस्तों, आर सी एम गुरुकुल पर आपका स्वागत है।

हमारा हृदय हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इसकी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है। “हृदय के लिए योग” एक ऐसा रास्ता है जो हमें इस महत्वपूर्ण अंग की सुरक्षा और सुधार करने में मदद कर सकता है। यहां हम जानेंगे कि कैसे योग हमारे हृदय को स्वस्थ रखने में हमारा सबसे अच्छा दोस्त बन सकता है।

हृदय स्वास्थ्य का महत्व:

हमारा हृदय हमारी जिन्दगी का नायाब हिस्सा है, इसलिए इसकी सुरक्षा और सुधार का हर कदम महत्वपूर्ण है। अगर हमारा हृदय स्वस्थ रहेगा, तो हम जीवन को पूरी तरह से निक्षेप कर सकते हैं।आजकल चारों तरफ से आपको सुनने को मिल रहा है कि हार्टअटैक के कारण बहुत मोतें हो रही हें Iजिम में EXCERCISE करते हुए या पार्टी में डांस करते हुए अचानक लोग मर रहे हें और कारण हे HEART FAILURE. चिंता का विषय यह हे कि इस  प्रकार ज्यादातर जवान व्यक्ति मर रहे हें I

इसके पीछे कारण हे मोटापा ,UNHEALTHY डाइट और तनाव भरी लाइफ स्टाइल I इसके लिए हमारे पास एक ही विकल्प हे और वह  हे योग I हम कह सकते हें हृदय के लिए योग: आपका सबसे अच्छा दोस्त हे I

योग के हृदय स्वास्थ्य के लिए कुछ फायदे निम्नलिखित हैं:

1.योग तनाव और ब्लड प्रेशर को कम करता है जो हृदय रोगों की महत्वपूर्ण कारण है। योग में शामिल प्राणायाम और ध्यान हमारे मन को शांत करते हैं और हृदय की धड़कन को सामान्य बनाते हैं।

2. योग हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, जिससे हमारे हृदय की क्षमता बढ़ती है। योग में शामिल विभिन्न आसन और मुद्राएं हमारे हृदय को अच्छी तरह काम करने में मदद करती है।

3.योग BLOOD CIRCULATION को बेहतर बनता हे जिससे शरीर के सभी अंग स्वस्थ रहते हें I योगासन और प्राणायाम खून की नालियों को खुला रखने में मदद करते  हें  I

4. योग  वजन को नियंत्रण में रखता है जो ह्रदय  के लिए बहुत जरूरी होता है। यदि हमारा वजन बढ़ा हुआ है तो वह कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है जो हृदय को नुकसान पहुंचाता है।

इस प्रकार योग और प्राणायाम हमारे हृदय की सेहत को अच्छा रखने में बहुत ही योगदान देते हें I

ह्रदय को स्वस्थ रखने वाले आसन :

1.ताड़ासन(Mountain Pose):

ताड़ासन एक योगासन है जो आपके शरीर को खड़े रहने के लिए तैयार करता है। इसे पाल्म ट्री पोज या माउंटेन पोज भी कहा जाता है। इस आसन को करने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:

  1. दोनों पंजों को मिलाकर या उनके बीच में 10 सेंटीमीटर की जगह छोड़कर खड़े हो जाएं और बाजुओं को बगल में रखें।
  2. शरीर को स्थिर रखें और हाथों को सर के उपर उठा लें ,उँगलियों को आपस में फसा कर हथेलियाँ उपर की तरफ रखेI
  3. एडियों को ऊपर उठा कर पंजो पर BALANCE बनायें I
  4. 5-10 सेकंड ऐसे ही खड़े रहें और फिर वापिस आ जाएँ I
  5. 5-10 बार इसे दोहराएँ I

ताड़ासन के लाभ

ताड़ासन करने से आपके शरीर के कई लाभ होते हैं। इससे आपका रक्त संचार बेहतर होता है, आपकी रीढ़ और कमर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, आपका मानसिक संतुलन बना रहता है, और आपका आत्मविश्वास बढ़ता है।

ताड़ासन आपके हृदय के लिए भी फायदेमंद होता है। इससे आपका हृदय अधिक ऑक्सीजन लेता है, आपका रक्तचाप नियंत्रित रहता है, और आपके हृदय की धड़कन सामान्य होती है। इसके अलावा, ताड़ासन आपके हृदय की रोगों से बचने में भी मदद करता हैI

वीरभद्र आसन (Warrior pose)

  1. पहले एक  चटाई पर ताड़ासन में   खड़े हों जाएँ I
  • अपने  बाएं पैर को अंदर की तरफ मोड़ें और दायें पैर को बाहर की तरफ समकोण पर मोड़ें ।
  • आपके ऊपर के शरीर को सीधा रखें और दोनों हथेलियों को जोड़ कर उपर उठायें ।
  • आँखें आगे की ओर देखें और सांसें धीरे-धीरे लें।
  • इसे 5 बार दोहराएँ I

इस आसन से हृदय की क्षमता में सुधार हो सकता है और यह शारीरिक स्थिति को भी सुधार सकता है। यह मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद कर सकता है, जिससे हृदय को भी लाभ हो सकता है। इसके अलावा, यह आत्मा को स्थिरता और शांति की भावना प्रदान कर सकता है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है।

भुजंग आसन(Cobra Pose):

1.Blood circulation में सुधार : भुजंग आसन सारे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है और साथ में ही हार्ट को भी पूरी मात्रा में खून की सप्लाई करने में सहायता करता है।

2.Heart को आराम :यह ह्रदय के उपर तनाव को कम करता हे और फेफड़ों के कार्य में सुधर करके ह्रदय को स्वस्थ रखने में सहायता करता हे i

3.तनाव कम करना :योग stressऔर Anxiety को कम करता हे जिससे BP कण्ट्रोल होता हे इससे ह्रदय रोग का खतरा कम होता हे I

4. . छाती का विस्तार : भुजंगासन में छाती को उठाना और खोलना शामिल है, जो फेफड़ों की क्षमता में सुधार करने में मदद कर सकता है। फेफड़ों के बेहतर कार्य का अर्थ है अधिक कुशल ऑक्सीजन विनिमय, जो समग्र हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हे I

अधोमुख स्वनासन(Downward Facing Dog Pose):

सांस छोड़ें और घुटनों को अधोमुख श्वानासन मुद्रा के लिए हल्का सा धनुष के आकार में मोड़ें. इसके बाद हाथों को पूरी तरह जमीन पर कंधों के नीचे से आगे की ओर फैलाए रखें. अब अपने घुटनों को जमीन पर थोड़ा और झुकाएं और कूल्हों को जितना संभव हो ऊपर उठाएंIइस  अवस्था में 5-10 सेकंड रुकें फिर वापिस आ जाएँI5 बार दोहराएँ I

अधोमुख स्वनासन के लाभ

  1. ये ब्लड सर्कुलेशन को सुधारता है, हाई बीपी को कंट्रोल करता है। इस प्रकार यह हार्ट को स्वस्थ रखने में सहायता करता है।
  2. इस आसन में हमारा ह्रदय  सिर से ऊपर होता है, इसलिए यह दिमाग को ज्यादा मात्रा में खून सप्लाई करता है और तनाव और स्ट्रेस को कम करने में सहायता करता है।

ह्रदय को स्वस्थ रखने वाले प्राणायाम:

अनुलोम विलोम प्राणायाम:

अनुलोम विलोम प्राणायाम  मन और शरीर को शांत करने के लिए किया जाता है। इस योग को हम अपनी अंगुलियों की मदद से दाएं और बाएं नोस्ट्रिल्स के बीच बारी-बारी से करते हुए गहरी सांस लेने और छोड़ने के माध्यम से कर सकते हैं। इस प्राणायाम में 2 सेकंड में साँस लेना हे और  2 सेकंड में ही छोड़ना हे Iएक चक्र 8 -10 सेकंड में पूरा हो जाता हे .कुल हमे 5-5-5 मिनट करके 15 मिनट करना हे I

अनुलोम विलोम प्राणायाम के लाभ :

अनुलोम विलोम (Anulom Vilom ) का नियमित अभ्यास बंद नाड़ियों को खोलने और दिमाग को शांत करने में मदद करता है।जैसे-जैसे आप अपनी श्वास पर अधिक जागरूकता और नियंत्रण प्राप्त करते हैं, आप महसूस कर सकते हैं कि इसका तत्काल शांत प्रभाव मन और शरीर पर पड़ता हे Iयह हमारे ह्रदय को स्वस्थ रखने में मदद करता हे I

अनुलोम विलोम प्राणायाम का अभ्यास सुबह सबसे पहले करने से आपके दिन की शुरुआत एक बेहतर तरीके से करने में मदद मिल सकती है। यह बेहतर नींद को बढ़ावा देने के लिए शाम को विश्राम विधि के रूप में भी काम कर सकता हैI

भ्रामरी प्राणायाम:

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक सभी लोगों के लिए रोजाना भ्रामरी प्राणायाम करना सेहत के लिए विशेष लाभदायक हो सकता है। इसे हमिंग बी ब्रीदिंग तकनीक के रूप में भी जाना जाता है, जो दिमाग को तुरंत शांत करने के लिए बहुत प्रभावी प्राणायाम है। भ्रामरी प्राणायाम आपके मन को शांत रखने, चिंता और क्रोध जैसी समस्याओं को कम करने में बेहद सहायक हो सकता है।

योग विशेषज्ञों के मुताबिक जिन लोगों को अक्सर तनाव की समस्या होती है, उनके लिए इस प्राणायाम का अभ्यास करना विशेष लाभदायक हो सकता है। नींद, ब्लड प्रेशर, तनाव जैसी समस्याओं को कम करने के लिए इस प्राणायाम को बेहद कारगर माना जाता है।

भ्रामरी प्राणायाम करने का तरीका

  • सबसे पहले किसी शांत और अच्छी हवादार जगह पर बैठें और अपनी आँखें बंद कर लें।
  • पहली ऊँगली माथे पर रखें, तीन उंगलियों से आंख बंद करें, अंगूठों से कान बंद करें जिससे ना तो बाहर की कोई चीज दिखाई दे और न ही सुने दे I
  • अपना मुंह बंद रखते हुए नाक से ही सांस लें और छोड़ें। सांस छोड़ने के दौरान ऊँ का उच्चारण भी कर सकते हैं।
  • इस प्रकिया को 5 से 7 बार दोहराएं।

भ्रामरी प्राणायाम के लाभ

  • यह तनाव का सबसे अच्छा इलाज है। यह आपके मस्तिष्क को शांत बनाए रखने में मदद करता है।
  • भ्रामरी प्राणायाम रक्तचाप को कम करता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर से राहत मिलती है।
  • यह तनाव को दूर करता है, बेहतर नींद के लिए इसे रात्रिकालीन नियमित योग के रूप में शामिल किया जाता है।
  • भ्रामरी प्राणायाम पीनियल और पिट्यूटरी ग्रंथियों को उत्तेजित करके उन्हें लाभ पहुंचाता है। 
  • भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास क्रोध को शांत करने में मदद करता है।
  • यह हार्ट ब्लॉकेज को रोकता है।
  • यह गहरी नींद को प्रेरित करने में मदद करता है

रोज़ाना की ज़िन्दगी में योग:

योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना बहुत सरल है। एक साधारित योग सत्र का आयोजन करने से लेकर रोज़ाना के छोटे-मोटे कामों को योग में बदल सकता है

आहार और हृदय स्वास्थ्य:

  • हृदय स्वास्थ्य के लिए सही आहार बहुत महत्वपूर्ण है। हररोज़ सेहतमंद आहार लेना हमारे हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। फल, सब्जियां, और अनाज को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।

मनोबल और उत्साह:

योग की दुनिया में कदम रखना एक साहसिक कदम है। इसमें मनोबल बनाए रखने के लिए अपने लक्ष्यों को सामान्य और छोटे बनाए रखना बहुत ज़रूरी हे I

ह्रदय स्वस्थ और Acupressure:

ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए बाएं हाथ और बाएं पैर में HEART के ACUPRESSURE पॉइंट्स पाए जाते हें .इन पॉइंट्स को सुबह और शायं 10-10 बार दबाइए और छोडिये या इन पॉइंट्स पर अंगूठा रखिये और CLOCK वाइज घुमाइए I इस प्रकार हम अपने ह्रदय को स्वस्थ रख सकते हें I

ONLY ON LEFT HAND & FOOT

निष्कर्ष:

इस लेख का संक्षेप करते हुए, हम कह सकते हैं कि “हृदय के लिए योग” वाकई हमारा सबसे अच्छा दोस्त हो सकता है। यह हमें न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है, बल्कि मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य को भी समर्थन करता है। इसलिए, अगर आप भी एक स्वस्थ और खुश जीवन जीना चाहते हैं, तो योग को अपनाएं और इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।

योग के लाभ जानने के लिए ये विडियो देखें

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READ MORE –Yoga ke Labh:योग के लाभ 

FAQ:

  1. क्या है सबसे आसान योग आसन जो हृदय के लिए लाभकारी हैं?
    1. आसानी से की जाने वाली योगासनों में से कुछ हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकते हैं, जैसे कि ताड़ासन और भुजंगासन।
  2. क्या है योग और हृदय स्वास्थ्य के बीच का विज्ञान?
    1. योग और हृदय स्वास्थ्य के बीच एक गहरा संबंध है, जिसमें योग के अभ्यास से हृदय की सुरक्षा में सुधार हो सकता है और इसकी स्थिति में सुधार हो सकता है।
  3. क्या हृदय स्वास्थ्य के लिए कोई आयुर्वेदिक सुझाव हैं?
    1. हाँ, कई आयुर्वेदिक उपचार हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं, जैसे कि अर्जुन की छल का काढ़ा  , गुड मार, और त्रिफला।
  4. क्या हृदय की समस्याओं के लिए स्वदेशी उपाय हैं?
    1. हाँ, हृदय की समस्याओं के लिए स्वदेशी उपायों में योग, प्राणायाम, और सही आहार शामिल हैं जो समस्याओं को सुधारने में मदद कर सकते हें I

Jitender Sharma

Retired Vice Principal Certified Yoga Teacher. M. D. (Acupressure ) Certified Nutrition Counsellor Specialist of Diabetes Reversal

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