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Anxiety  और Stress से छुटकारा योग के द्वारा I

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इस लेख में बात करेंगे कि Anxiety  और Stress से छुटकारा योग के द्वारा केसे पाया जा सकता हे I

आज कल लोगों में Anxiety और Stress बड़ी तेजी से बढ़ रहे  है। ऐसे में योग आपको रिलैक्स महसूस करने में मदद कर सकता है।आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव और चिंता होना आम बात है। काम के दबाव, निजी जीवन में उथल-पुथल और अन्य कई कारणों से लोगों को चिंता का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह से मानसिक और शारीरिक दोनों तरह की सेहत बिगड़ सकती है। यह समस्या किसी को भी किसी भी उम्र में और किसी भी कारण से हो सकती है।

Anxiety और Stress से छुटकारा पाने के लिए अक्सर लोग  दवाओं का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन योग एक  ऐसा उपाय है जिसके बाद आपको डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं  पड़ेगी।

Anxiety और Stress के लक्षण

  1. आप हमेशा घबराहट, भय एवं बेचैनी महसूस करते हैं।
  2. किसी भी सदमे के बाद आपको उससे जुड़े हुए विचार बार बार आते रहते हैं।
  3. क्या आप रत को  बुरे सपनों की वजह से जाग जाते हैंl
  4. बार-बार हाथ धोने की प्रवृति होती है।
  5. आपको नींद न आने की समस्या रहती है।
  6. आपके हाथ-पैर असामान्य रूप से पसीने से तर होते हैं।
  7. आपकी दिल की धड़कन बार बार बढ़ जाती है।

Anxiety  और Stress के लिए योगासन

1.बालासन (बच्चे की मुद्रा)

बालासन करने से शरीर को आराम मिलता है। इससे तनाव और चिंता भी कम होती है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन में बैठ जाएं। अब सांस लेते हुए दोनों हाथों को सिर के ऊपर ले जाएं। इसके बाद सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। अब हथेलियों और माथे को जमीन पर टिका लें। श्वास का ध्यान रखें।

BALASAN
BALASAN

2.त्रिकोणासन (वृक्ष मुद्रा)

वृक्षासन करने से टखने मजबूत बनते हैं। इसके अभ्यास से शरीर का संतुलन भी सही रहता है। साथ ही तनाव और चिंता भी नियंत्रित रहती है। इस आसन को करने के लिए सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं। अब धीरे-धीरे सीधे पैर के घुटने को मोड़ते हुए पंजे को बाएं पैर की जांघ पर रखें और इस पैर को सीधा रखें। अपनी सांस रोके। दोनों हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं। अब नमस्कार की मुद्रा बनाएं। इसके बाद पैर को नीचे लाते हुए सांस छोड़ें।

त्रिकोणासन
त्रिकोणासन

3.शव आसन

शवासन योग सेशन के बाद किया जाता है। इसे करने से डीप हीलिंग (deep healing) के साथ ही शरीर को गहराई तक आराम भी मिलता है। इस आसन को तब भी किया जा सकता है जब आप बुरी तरह से थके हों और आपको थोड़ी ही देर में वापस काम पर लौटना होI

शव आसन
Man practicing yoga pose isolated Vector Illustration. Man lying on the ground in Shavasana Corpse Pose or Mrtasana, Yoga Asana icon

शवासन करने का तरीका

  • सबसे पहले अपने  मैट पर पीठ के बल लेट जाएं। किसी तकिये या कुशन का इस्तेमाल न करें। सबसे अच्छा यही है कि आप जमीन पर लेटें। 
  • अपनी आंखें बंद कर लें। 
  • अब दोनों टांगों को एक दूसरे से अलग-अलग कर लें। इस बात का ध्यान रखें कि आप पूरी तरह से रिलैक्स हों और आपके पैरों के दोनों अंगूठे अपनी  साइड की तरफ मुड़े हो। 
  • आपके हाथ आपके शरीर से थोड़ी दूरी पर हो। अपनी  हथेलियों को खुला, लेकिन ऊपर की तरफ रखें। 
  • अब धीरे-धीरे शरीर के हर हिस्से की तरफ ध्यान देना शुरू करें, शुरुआत पैरों के अंगूठे से करें। जब आप ऐसा करने लगें, तो सांस लेने की गति एकदम धीमी कर दें। धीरे-धीरे आप गहरे मेडिटेशन में जाने लगेंगे। 
  • ध्यान रहे जैसे ही आपको आलस आये तो सजग होकर सांस लेने की गति तेज कर दें। आपको शवासन करते हुए कभी भी सोना नहीं है। 
  • 10-15 मिनट के बाद बाई करवट लेते हुए बेठ जायेI
  • रोज योग करने के बाद 8-10 मिनट तक शवासन का अभ्यास करना चाहिए। इससे अपनी खोई हुई ऊर्जा मिलने के साथ हीआपको Anxiety  और Stress से मुक्ति मिलेगी .

Anxiety  और Stress के लिए प्राणायाम

श्वास पर अपना ध्यान केंद्रित करने से व्यर्थ के विचारों से मुक्ति मिलती है जो तनाव के मूल कारण होते हैं। निम्नलिखित प्राणायामों  का अभ्यास करने से Anxiety  और Stress से मुक्ति मिल सकती हे I

1.भस्त्रिका प्राणायाम

किसी भी शांत वातावरण में सिद्धासन, वज्रासन या पद्मासन में बैठ जाएं। इसके बाद अपनी आंखें बंद करें और थोड़ी देर के लिए अपनी शरीर को शिथिल कर, अपना मुंह बंद कर लें। अपने हाथों को  ज्ञान मुद्रा में रखें। धीरे-धीरे सांस खींचते हुए अपनी सांस को बलपूर्वक छोड़ दें।

अब अपनी सांस बलपूर्वक खींचे और वैसे ही उसे छोड़ें।
भस्त्रिका प्राणायाम करते वक्त धौंकनी की तरह आपको अपनी छाती को फुलाना और पिचकाना है।

2.कपालभाती प्राणायाम

कपालभाति करने के लिए पद्मासन में बैठकर दोनों हाथों से ध्यान  मुद्रा बना लें। सांस को बाहर छोड़ें तो आपका पेट अपने आप अंदर जाएगा आपको एक सेकंड में ये क्रिया एक बार करनी है। अगर आप कपालभाति करने की शुरुआत कर रहे हैं तो 5- मिनट ही अभ्यास करें और समय के साथ अभ्यास5-5-5 मिनट  तक  बढ़ाएं।कपालभाती करते समय आपकी कमर और गर्दन सीधी होनी चाहिएI

3.अनुलोम विलोम प्राणायाम

अनुलोम विलोम प्राणायाम  मन और शरीर को शांत करने के लिए किया जाता है। इस योग को हम अपनी अंगुलियों की मदद से दाएं और बाएं नोस्ट्रिल्स के बीच बारी-बारी से करते हुए गहरी सांस लेने और छोड़ने के माध्यम से कर सकते हैं। इस प्राणायाम में 2 सेकंड में साँस लेना हे और  2 सेकंड में ही छोड़ना हे Iएक चक्र 8 -10 सेकंड में पूरा हो जाता हे .कुल हमे 5-5-5 मिनट करके 15 मिनट करना हेI

4. MEDITATION(ध्यान)

यह एक धनात्मक प्राणायाम है। इसमें हम सुखासन, पदमासन या वज्रासन में बैठ करके ध्यान मुद्रा लगाते हैं। इसमें लंबा सांस लेते हैं, लंबा ही  छोड़ते है और अपनी मन की आँखों से देखते हें चलती हुई सांसो को I मन ही मन ओम का ध्यान करते हैं। यह MEDITATION  हमारे मन को शांत करती हे और हमारे तनाव और चिंता को मिटाती हे I

आज के माहौल में जब हम चारो तरफ तनाव  से घिरे हुए हैं मेडिटेशन हमारे मन को शांत करके हमें बहुत सी बीमारियों से बचाती है Iहमे सावधानी ये रखनी हे कि Meditation करते समय हमारा ध्यान भटकना नहीं चाहिए इसके लिए हमे अपने सांसो पर ध्यान केन्द्रित करना हे I

MEDITATION
MEDITATION

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Anxiety  और Stress के लिए विशेष उपाय

1 . प्रार्थना करें, और मुस्कुराते रहे

चिंता मुक्त होने के लिए  प्रार्थना करना एक सर्वोतम उपाय   है। नियमित रूप से प्रार्थना करने  से हम सकारात्मक ऊर्जा से भर जाते हैं और इनसे मन को स्थिर करने में मदद मिलती है। यह हमे एक गहन विश्वास से भर देते हैं की जो भी घटित हो रहा है वह हमारे अच्छे के लिए हो रहा  है और एक सर्वश्रेष्ठ ईश्वरीय शक्ति है जो हम सब का ध्यान रखती है। इसके अतिरिक्त ज़्यादा से ज़्यादा मुस्कुराने का सचेत प्रयत्न करें। वह स्वतः ही आप में आत्मविश्वास, शांति एवं सकारात्मकता भर देगी।

2.Attitude of Gratitude(धन्यवाद का भाव )

    आपके मन में धन्यवाद का भाव होना चाहिये उस चीज के प्रति जो आपके पास हे जेसे हमें भगवन का धन्यवाद अदा करना चाहिए उन 2 आँखों के लिए जिनसे हम इस लेख को पढ़ रहें हें.हमे उन सभी लोगों का धन्यवादी  होना चाहिए जो हमारे लिए कुछ करते हें I

3.खुद से बातें करें

अपने आप से बातें करना नकारात्मक विचारो को बाहर निकालने का अच्छा तरीका हे .अगर आपने कोई गलती की हे और आप उस की वजह से परेशान हें तो खुद को कहें कि कोई बात नहीं में इसे ठीक भी कर सकता हूंI

4.दोस्तों से जुड़ें

समय निकल कर अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ मिले या उन्हें फोन करें I इससे आपका तनाव खत्म होगा और आपको खुश रहने में मदद मिलेगी I

इस प्रकार कुछ PHYSICAL और कुछ MENTAL एक्टिविटी करके हम अपने आप को Anxiety  और Stress से बचा सकते हें I

FAQ

1. Question: कौन से योगासन तनाव और चिंता को कम करने में सहायक होते हैं?

   Answer: उत्तानासन, वृक्षासन, भ्रामरी प्राणायाम और शवासन तनाव को कम करने में मदद करते हैं।

2. Question: क्या योग अभ्यास नया तनाव और चिंता को रोक सकता है?

   Answer: जी हां, योग अभ्यास मानसिक स्वास्थ्य बढ़ाता है और नये तनाव और चिंता का सामर्थ्य कम करता है।

3. Question: क्या सभी योगासन असाध्य हैं अगर आप तनावित हों?

   Answer: नहीं, कुछ आसन तनाव के दौरान भी सुरक्षित और संभव होते हैं। लेकिन संशय हो तो आपको एक योग गुरु से सलाह लेनी चाहिए।

4. Question: क्या प्राणायाम योगासन हमें तनाव मुक्ति दिला सकते हैं?

   Answer: हां, प्राणायाम योगासन श्वास प्रणाली को शांत करने में मदद करते हैं, जिससे तनाव, अधिक मांसपेशियों को नश्यता-मुक्ती मिल सकती है।

5. Question: क्या योग के द्वारा स्वतंत्रता और चैंपियंशिप बढ़ा सकते हैं?

   Answer: हां, योग के द्वारा आप तनावित होने का सामर्थ्य कम कर सकते हैं, जो आपकी मानसिक और शारीरिक प्रदर्शन क्षमता को बढ़ाता हे I

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Jitender Sharma

Retired Vice Principal Certified Yoga Teacher. M. D. (Acupressure ) Certified Nutrition Counsellor Specialist of Diabetes Reversal

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