थाइरोइड का रामबाण इलाज: आयोडीन, अश्वगंधा, बादाम और अन्य घरेलू उपाय!
नमस्ते दोस्तों ,RCM GURUKUL पर आपका स्वागत हे Iथाइरोइड एक ऐसी बीमारी है जिससे आजकल के समय में बहुत से लोग पीड़ित हें विशेष रूप से महिलाएं । यह शिकायतें विभिन्न कारणों से हो सकती हैंI इसके इलाज के लिए लोग अलग अलग तरीकों की खोज में हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको थाइरोइड के थाइरोइड का रामबाण इलाज के बारे में बताएंगे, जो घरेलू और प्राकृतिक उपायों पर आधारित हैं। आयोडीन, अश्वगंधा, बादाम और अन्य उपयुक्त घरेलू उपायों के माध्यम से थाइरोइड समस्याओं का समाधान करने की बात करेंगे Iइसमें योग और प्राणायाम के बारे में भी बात करेंगे जिनसे हम थाइरोइड से छुटकारा पाi सकते हें I
थाइरोइड क्या हे (WHAT IS THYROID):
थाइरोइड एक तितली के आकार की ग्रंथि है, जो गले के आगे के हिस्से में स्थित होती है। यह ग्रंथि थाइरोइड हार्मोन बनाती है, जो शरीर के METABOLISM, तापमान, दिल की धड़कन, वजन, मूड और अन्य कई क्रियाओं को नियंत्रित करता है। जब थाइरोइड ग्रंथि से अधिक या कम मात्रा में हार्मोन निकलता है, तो थाइरोइड की बीमारी का सामना करना पड़ता है।
थाइरोइड के प्रकार (TYPES OF THYROID):
थाइरोइड की बीमारी के दो प्रमुख प्रकार हैं: हाइपरथाइरोइडिज्म और हाइपोथाइरोइडिज्म। हाइपरथाइरोइडिज्म में थाइरोइड ग्रंथि से ज्यादा हार्मोन बनता है, जिससे शरीर की क्रियाएं तेज हो जाती हैं। हाइपोथाइरोइडिज्म में थाइरोइड ग्रंथि से कम हार्मोन बनता है, जिससे शरीर की क्रियाएं धीमी हो जाती हैं।
हाइपरथाइरोइडिज्म के लक्षण(SYMPTOS OF HYPERTHYROIDISM):
HYPERTHYROIDISM के लक्षण हें
1 .वजन घटना I
2.घबराहट ,चिंता ,अशांति .
3.दिल की धड़कन तेज होना .
4.भूख बढ़ना .
5.आँखे बाहर निकलना .
6.नींद न आना .
7.गर्मी सहन न कर पाना .
8.थकन और कमजोरी.
9.मासिक धर्म कम होना .
10.बालों का पतले होना और नाख़ून टूटना .
हाइपोथाइरोइडिज्म के लक्षण(SYMPTOMS OF HYPOTHYROIDISM):
हाइपोथाइरोइडिज्म के लक्षण हें
1.वजन बढ़ना.
2.भूख कम होना,
3. ठंड महसूस करना,
4.बाल झड़ना,
5.त्वचा सूखी और फटने वाली होना,
6. मांसपेशियों में दर्द, ,
7.उदासी, चिड़चिड़ापन,
8.मासिक धर्म का अधिक होना या अनियमित होना,
9. याददाश्त कमजोर होना.
10 .दिल की धड़कन कम होना .
थाइरोइड के कारण (REASONS OF THYROID):
1.आयोडीन की कमी या अधिकता: आयोडीन एक महत्वपूर्ण तत्व है, जो थाइरोइड हार्मोन के निर्माण में सहायक होता है। आयोडीन की कमी से हाइपोथाइरोइडिज्म हो सकता है, जबकि आयोडीन की अधिकता से हाइपरथाइरोइडिज्म हो सकता है। आयोडीन की कमी या अधिकता को रोकने के लिए, आयोडीन युक्त नमक, दूध, अंडे, मछली, समुद्री खाद्य पदार्थ, आदि का संतुलित मात्रा में सेवन करना चाहिए।
2.थाइरोइडाइटिस: थाइरोइडाइटिस हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली की एक बीमारी है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली थाइरोइड ग्रंथि पर अक्रमण करता है। इससे थाइरोइड ग्रंथि में सूजन, दर्द और फंक्शन में कमी होती है।
3.अन्य कारण : कुछ अन्य कारणों से भी थाइरोइड की बीमारी हो सकती हे जेसे बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं में ,हेरिडिटी के कारण ,बढती हुई उम्र के कारण और इन्फेक्शन से भी थाइरोइड की बीमारी हो सकती हे I
थाइरोइड का रामबाण इलाज:
थाइरोइड की बीमारियों से बचाव के लिए, आपको कुछ आयुर्वेदिक उपाय, घरेलू नुस्खे और जीवनशैली में बदलाव करने की आवश्यकता है। कुछ तरीके निम्नलिखित हैं:
1 .आयोडीन युक्त आहार :
आयोडीन युक्त आहार का सेवन करें Iआयोडीन से थाइरोइड के हार्मोन का निर्माण होता हे Iइसके लिए आयोडीन युक्त नमक ,दूध ,अंडे ,मछली और समुंद्री भोजन का संतुलित मात्र में सेवन करना चाहिए I
2,अश्वगंधा का प्रयोग :
अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो थायराइड की बिमारी को ठीक करने में सहायता कर सकती है। यह तनाव को कम करती है, ऊर्जा को बढ़ाती है और वजन को कंट्रोल करने का कार्य भी करती है। अश्वगंधा के चूर्ण को दूध या पानी के साथ लिया जा सकता है।
3.बादाम और अखरोट :
बादाम और अखरोट का सेवन करने से थायराइड कंट्रोल में रहती है। बादाम और अखरोट में सेलेनियम और जिंक जैसे खनीज पदार्थ पाए जाते हैं, जो थायरॉइड की कार्यक्षमता को अच्छी बनाते हैं। हमें प्रतिदिन कुछ मात्रा में बादाम और अखरोट भिगोकर खाने चाहिए।
4.सेब का सिरका :
सेब का। सिरका एक प्राकृतिक एसिड है जो शरीर के पीएच स्तर को कंट्रोल करता है। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है, वजन को कम करता है और थाइरॉइड के लिए आवश्यक होर्मोन को बनाने में सहायता करता है। एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका डाल कर के पी सकते हैं। ये हमारी थायराइड की समस्या को ठीक करने में सहायक होता है।
5. ताजा फलों के जूस:
ताजा फलों और सब्जियों के जूस थायराइड के लिए लाभदायक होते हैं। ये जूस विटामिन एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर प्रदान करते हैं जो थायराइड को स्वस्थ बनाए रखने का काम करते हैं। थायराइड को ठीक रखने के लिए हमें गाजर, चुकंदर, पालक, आंवला, नींबू आदि के जूस का सेवन करना चाहिए।
6.फाइबर युक्त आहार :
थायराइड को स्वस्थ रखने के लिए हमें फाइबर युक्त आहार का सेवन करना चाहिए। फाइबर हमारे मेटाबॉलिज्म को सुधरते हैं, वजन को कंट्रोल में करते हैं है, ब्लड शुगर के लेवल को कम करते है। इसलिए हमें फाइबर युक्त फल, सब्जियां, अनाज डालने और बीज आदि का सेवन करना चाहिए I
7. एंटी ओक्सिडेंट युक्त आहार :
हमे ऐसा भोजन करना चाहिए जिसमें एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हो। ऐंटीऑक्सिडेंट हमारे शरीर को रोगाणुओं और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस से बचाते है। ये हमे इन्फेक्शन से भी बचाते हैं। रोगाणु इन्फेक्शन और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस थायरॉयड को काफी नुकसान पहुंचाते हैं, इसलिए हमें अपने भोजन के अंदर। उन पदार्थों को शामिल करना चाहिए जिनके अंदर एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जैसी बैरिज , अंगूर, आंवला, नींबू, टमाटर, पालक, गाजर आदि।
8. कैल्शियम और विटामिन डी युक्त आहार :
थायराइड को सवस्थ रखने के लिए हमें अपने भोजन के अंदर उन पदार्थों को शामिल करना चाहिए जिनमें कैल्शियम और विटामिन डी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ये हमारी हड्डियों को मजबूत बनाते हैं, हमारे हर्ट को सवस्थ रखते हैं। और थायराइड के लिए होर्मोंस पैदा करने में मदद करते हैं। इसलिए हमें कैल्शियम और विटामिन डी युक्त दूध, दही, पनीर, चीज़, ईस सोया, बादाम, अखरोट आदि का सेवन करना चाहिए।
9. योगासन और प्राणायाम :
योग और प्राणायाम थायरॉइड के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। ये मन को शांत करते हैं। तनाव को कम करते है और हॉर्मोन्स को संतुलित करने में सहायता करते हैं। इस प्रकार योग और प्राणायाम के द्वारा हम थायराइड ग्रंथि को सक्रिय कर सकते हैं, जिससे वो अपना काम अच्छी प्रकार से कर सके। कुछ ऐसे योगासन और प्राणायाम में जिनको हमें प्रतिदिन करना चाहिए। इनमें मुख्य हैं सर्वांगासन, मत्स्यासन, हलासन, भुजंगासन औरउज्जाई प्राणायाम। थायराइड को स्वस्थ रखने के लिए हमे प्रतिदिन कम से कम 15 मिनट कपालभाति प्राणायाम भी करना चाहिए।
*(यदि आप योग और प्राणायाम को प्रैक्टिकली सीखना चाहते हैं तो आप हमारी सुबह और शाम की फ्री योगा क्लास में आ सकते हैं। जिसका लिंक मैं नीचे दे रहा हूँ।
10 . MEDITATION (ध्यान ):
थायराइड की समस्या का सबसे बड़ा कारण है तनाव। जब व्यक्ति तनाव में रहता है तो उसके शरीर के अंदर हॉर्मोन्स का संतुलन बिगड़ जाता है। जिसके कारण थायरॉयड अच्छी प्रकार से काम नहीं कर पाता और हमें उसकी बिमारी का सामना करना पड़ता है। तनाव को दूर करने का एक सबसे अच्छा साधन है मेडिटेशन ध्यान करना। ये एक ऐसा साधन है जो हमारे मन को शांति देता है और इसके द्वारा। हम अपने तनाव को दूर करके थाइरोइड को ठीक कर सकते हैं।
थाइरोइड का रामबाण इलाज— GAMMA ORYZANOL:
गामा ओरिजिनल एक नैचुरल एंटीऑक्सीडेंट है जिसकी सहायता से थायराइड की समस्या को ठीक किया जा सकता है। यदि हम इसका एक कैप्सूल सुबह, दोपहर और शाम खाना खाने से पहले इस्तेमाल करते हैं तो बहुत जल्दी हम अपनी दवाइयों को छोड़ कर थायराइड की समस्या के बिना अपने जीवन को जी सकते हैं।ये थाइरोइड को ठीक करने की रामबाण दवा हेI
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. Health Gurukul इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है
निष्कर्ष (CONCLUSION):
इस ब्लॉग पोस्ट का समापन करते हुए, हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि थाइरोइड से निपटने के लिए आयोडीन, अश्वगंधा, बादाम, और अन्य घरेलू उपाय एक सहारा प्रदान कर सकते हैं। यह उपाय न केवल इस विषय पर अध्ययन करने वाले विशेषज्ञों के सुझावों पर आधारित हैं, बल्कि यह भी लोगों को अपने स्वास्थ्य की देखभाल में सकारात्मक परिवर्तन करने के लिए प्रेरित करते हैं।
यदि आप थाइरोइड से पीड़ित हैं, तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। साथ ही, स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही कोई नई चीजें अपनानी चाहिए। सभी उपायों का प्रयोग सावधानीपूर्वक और उचित तरीके से करना चाहिए। इसके अलावा, नियमित रूप से डॉक्टर की सुझावों का पालन करना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि स्वस्थ जीवनशैली और आहार के माध्यम से थाइरोइड को नियंत्रित रखा जा सके।
FAQ:
Question 1: थाइरोइड क्या होता है और इसके लक्षण क्या होते हैं?
Answer 1: थाइरोइड एक ग्रंथि होती है जो थाइरॉइड हार्मोन निर्माण करती है। इसके लक्षण शामिल हैं: मोटापा, थकान, ऊंचाई कम हो जाना आदि।
Question 2: क्या आयोडीन की खुराक से थाइरोइड संबंधित समस्याओं को ठीक किया जा सकता है?
Answer 2: हां, आयोडीन थाइरॉइड के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह थाइरॉइड हार्मोन के उत्पादन में मदद करता है। सुरभि गोताम (आयुर्वेद विशेषज्ञ) का कहना है कि ये आयोडीन वाले खाद्य मांस, सब्जियों और औषधि में मिलता है।
Question 3: अश्वगंधा थाइरोइड के इलाज में कैसे मदद करती है?
Answer 3: अश्वगंधा थाइरॉइड के समस्याओं को संतुलित करने में मदद करती है। इसके सेवन से थाइरॉइड हार्मोन का स्तर संतुलित होता है और मानसिक तनाव कम होता है।
Question 4: क्या बादाम थाइरोइड के लिए उपयोगी होता है?
Answer 4: हां, बादाम थाइरोइड रोगियों के लिए उपयोगी है क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन ई और सेलेनियम होता है जो थाइरोइड के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं।
Question 5: थाइरोइड के घरेलू उपाय क्या हैं और कैसे काम करते हैं?
Answer 5: थाइरोइड के घरेलू उपायों में गर्म पानी पीना, सूर्य नमस्कार करना, प्राणायाम और ध्यान करना शामिल हें I
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