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हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचाने और उपचार करने के लिए योगासन करें !

हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचाने और उपचार करने के लिए योगासन करें!

नमस्ते दोस्तों ,RCM GURUKUL में आपका स्वागत हे Iहम जानते हें पहला सुख हे निरोगी काया ।लेकिन हम प्राय अपनी दिनचर्या में बिजी रहते हैं और अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर देते हैं। हार्ट अटैक एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जिसका सीधा असर हमारे हृदय पर पड़ता है, और इसे ठीक से पहचानना और उपचार करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम जानेंगे कि केसे हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचाने और उपचार के लिए योगासन करें ।

हमारा HEART एक महत्वपूर्ण अंग है, जो एक दिन में 1 लाख बार धड़कता है। हमारा दिल छाती के बाईं ओर स्थित होता है, जो कि 24 घंटों में पूरे शरीर में 5000 गैलन रक्त पंप करता है। हृदय का मुख्य कार्य सभी कोशिकाओं को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों कीसप्लाई करना है। अगर HEART अपने काम को पूरा नहीं कर पाता, तो हमारे जीवन के लिए खतरा पैदा हो जाता है।

HEART ATTACK क्या होता हे :

हार्ट अटैक एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आमतौर पर हृदय की मांसपेशियों को खून देने वाली धमनी 100 %ब्लाक हो जाती हे ।जिसके कारण ह्रदय को ऑक्सीजन मिलनी बंद हो जाती हे I इससे हृदय की मांसपेशियों की कोशिकाएं मर जाती हैं। धमनी में ब्लॉकेज यानी की रुकावट अक्सर फेट युक्त प्लाक के जमा होने के कारण होती है, जिसके परिणामस्वरूप कोरोनरी हार्ट डीजिज (सीएचडी) होती हैं। अगर इस स्थिति को बिना इलाज के छोड़ दिया जाए तो यह किसी भी व्यक्ति के लिए घातक साबित हो सकता है। दिल के दौरे के कारण दिल के टिश्यू को कितना नुकसान होगा, यह इस बात पर निर्भर करता हे कि अटैक कितनी देर के लिए आया । अगर आप पहले ही इस स्थिति का निदान कर लेते हैं और उपाचर प्राप्त कर लेते हैं तो आपको कम ही नुकसान होता है।

HEART ATTACK के लक्षण :

HEART अटैक का सबसे आम लक्षण है छाती में दर्द या किसी प्रकार की परेशानी। लेकिन हार्ट अटैक के अन्य संकेत भी होते हैं जेसे —

1.शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द (Pain in the upper body):

अगर आपके सीने में दर्द, बेचैनी या किसी प्रकार का दबाव है, जो आपकी बाहों (विशेष रूप से बाएं हाथ), जबड़े, गले और कंधे में होता है तो संभावना है कि आपको हार्ट अटैक आ रहा है।

2.बहुत ज्यादा ठंडा पसीना आना (Excess sweating):

अगर आप अचानक ठंडे पसीने से भीग जाते हैं तो इसे अनदेखा न करें, खासकर जब आपको दिल के दौरे के अन्य लक्षणों दिखाई दे रहे हों।

3.दिल की धड़कन का बढ़ना(INCREASED HEART BEAT):

अगर आपको लगता है कि आपका दिल सामान्य से तेजी से धड़क रहा हैI साथ में आपको दिल के दौरे केकुछ लक्षण भी दिख रहे हो तो आपको सावधान हो जाना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।
4.चक्कर आना ( Dizziness):

अगर आपको छाती में किसी प्रकार के दर्द के साथ बेचैनी हो रही है और अचानक चक्कर आ रहें हों तो यह दिल के दौरे का संकेत हो सकता है। दिल के दौरे के दौरान महिलाओं को इस तरह से महसूस होने की अधिक संभावना होती है।

4. लगातार खांसी और जुकाम(COULD & COUGH):

यदि लम्बे समय से आपको खांसी और सर्दी हे जो किसी प्रकार से ठीक नहीं हो रही I साथ में यदि आपके बलगम का रंग गुलाबी हे तो ये HEART की बिमारी का संकेत हो सकता हे I

5.साँस लेने में तकलीफ (SHORTNESS OG BREATH)

यदि एकदम आपको साँस लेने में कठिनाई आने लगे और आप लम्बे लम्बे साँस लेने लग जाए तो ये HEART ATTACK का लक्षण हो सकता हे I

HEART ATTACK के कारण (REASONS OF HEART ATTACK):

HEART की मांसपेशियों को लगातार खून की और ऑक्सीजन की जरुरत होती हे I हमारी कोरोनरी धमनिया ये काम करती हे Iयदि दिल की मुख्य नसों में से कोई एक में 100 % ब्लाक हो जाये या इनमे किसी प्रकार की गंभीर रुकावट आजाये तो हार्ट की मांसपेशियों को ऑक्सीजन की सप्लाई रुक जाती हे Iइस रुकावट का कारण कोलेस्ट्रॉल ,फेट या किसी अन्य प्रकार का जमाव हो सकता हे Iयदि किसी नस में खून के थक्के जैम जाए तो भी यह स्थिति पैदा हो जाती हे I जब हार्ट की मांसपेशियों को ऑक्सीजन नहीं मिलती तो ये मर जाती हे और हमारे हार्ट को नुकसान पहुचता हे Iनुकसान कितना होगा यह उपचार और अटैक के बीच के समय के अंतराल पर निर्भर करती है। दिल का दौरा पड़ने के बाद हृदय की मांसपेशियां खुद की मरम्मत करने लगती हैं। औसतन, उन्हें ठीक होने में लगभग 2 महीने लगते हैं।

1.आयु (AGE):आयु हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 45 साल की उम्र से अधिक पुरुषों और 55 साल की उम्र से ऊपर की महिलाओं को दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक होती है।
2.लिंग (SEX):: महिलाओं की तुलना में पुरुषों को दिल का दौरा पड़ने की संभावना 2 से 3 गुना अधिक होती है। महिला हार्मोन, एस्ट्रोजन, महिलाओं के मामले में ढाल का काम करता है।
3 .आनुवांशिक कारण (HEREDITY):अगर आपके परिवार में ह्रदय रोग (माता-पिता, भाई या बहन) का इतिहास रहा है तो आपको HEART ATTACK की संभावना दो गुना हो सकती है।

4. हाई ब्लड प्रेशर(HIGH BP):लंबे समय तक अनियंत्रित ब्लड प्रेशर आपके ह्रदय को खून की सप्लाई करने वाली धमनियों को नुकसान पहुंचा सकता है जिससे आप दिल के दौरे की चपेट में आ सकते हैं।
5 .बढा हुआ खराब कोलेस्ट्रॉल (INCREASED BAD CHOLESTEROL):खराब कोलेस्ट्रॉल या एलडीएल का आपकी धमनियों पर नकरात्मक प्रभाव पड़ता है क्योंकि इस कारण से आपकी नसें सिकुड़ जाती हैं। इसके अलावा, ट्राइग्लिसराइड के रूप में जाना जाने वाला ब्लड फैट भी दिल का दौरा पड़ने की संभावना को बढ़ा सकता है। ये दोनों कारक काफी हद तक आपकी डाइट से संबंधित होते हैं। इसलिए, दिल का दौरा पड़ने से बचने के लिए सावधानीपूर्वक भोजन करना महत्वपूर्ण है।
6 .बढ़ा हुआ वजन (INCREASED WEIGHT): आपके शरीर का अत्यधिक वजन आपके एलडीएल, ट्राइग्लिसराइड के स्तर को बढ़ा सकता है। ये सभी हार्ट अटैक के पीछे संभावित जोखिम कारक हैं। शारीरिक रूप से सक्रिय रहना और सीमित मात्रा में भोजन करना शरीर के आदर्श वजन को बनाए रखने का आधार है।
7. डायबिटीज (DIABETES):ब्लड सुगर का बढ़ा हुआ लेवल हार्ट के दौरे का कारण बन सकता है।
8.तनाव (STRESS):यह आपके ब्लड प्रेशर के स्तर को बढ़ाने के लिए जाना जाता है और ये ये हार्ट अटैक के पीछे एक प्रमुख जोखिम कारक है।
9.धूम्रपान (SMOKING): यह आपकी धमनियों को कठोर बनाता है और आपके ब्लड प्रेशर के स्तर को बढ़ाता है। ये सभी आपके दिल के दौरे के खतरे को बढ़ाते हैं।

HEART ATTACK से बचने के लिए योग :

अपने आप को हार्ट अटैक से बचाने के लिए हमें अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करने होंगे। आपको अपना भोजन संतुलित रखना होगा, तंबाकू, शराब, और अन्य नशीली चीजों से दूर रहना होगा, नियमित रूप से व्यायाम करना होगा, और तनाव को कम करना होगा। इन सबके साथ-साथ, आपको योगासन भी करने चाहिए, क्योंकि योगासन आपके दिल को स्वस्थ और मजबूत बनाते हैं।

हार्ट अटैक के लिए कुछ विशेष योगासन हैं, जो आपके हार्ट को रक्त का प्रवाह, ऑक्सीजन, और ऊर्जा प्रदान करते हैं। इन योगासनों को करने से आपका BP, ब्लड शुगर, और कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कंट्रोल में रहता है। इन योगासनों को करने से आपका तनाव, चिंता, और अवसाद भी कम होता है। ये योगासन हें –

1 .भुजंगासन :भुजंगासन करने के लिए योगामेट पर पेट के बल लेट जाएँ Iदोनों हाथ कन्धों के निचे रखें Iअपने निचले शरीर को जमीन पर रखते हुए साँस लें और छाती को फ़र्स से उठाते हुए आकाश की तरफ देखें Iसाँस छोड़ते हुए शरीर को वापिस जमीन पर ले आयें Iयह आसन आपके छाती, पीठ, और गर्दन की मांसपेशियों को खोलता और तनाव को कम करता है। इससे आपका ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और हार्ट अटैक का खतरा कम होता है।

2.गोमुखासन :गोमुखासन में गायं के मुख जेसी मुद्रा बनाई जाती हे Iइसको करने के लिए चटाई पर सुखासन में बेठें I बाएं पैर की एडी को दायें नितम्ब के पास रखे ,इस प्रकार बेठें कि दोनों घुटने समानांतर हो जाएँ Iअब दायाँ पैर उपर हे इसलिए दये हाथ को उपर उठायें कंधे के उपर से घुमा कर ले जाएँ I बाए हाथ को निचे से लायें Iदोनों हाथो को पकड़ कर बेठें Iलम्बे साँस लें और लम्बे ही छोड़ें Iफिर अपने हाथों और पेरों को बदल कर फिर इसे करें I यह आसन आपके कंधों, कूल्हों, और जांघों को स्ट्रेच करता है और आपकी सांस को लंबा और गहरा बनाता है। इससे आपका ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और हार्ट को ऑक्सीजन की पूर्ति मिलती हे और हमारा ह्रदय ठीक तरह काम कर पाता हे I

3 .अनुलोम विलोम प्राणायाम :किसी भी आसन में बेठ कर दायें हाथ के अंगूठे से दाए नाक को बंद करें और बाये नाक से सांस लें और दाए नाक से छोड़ दें अब दाए से लें और बाएं से छोड़े I ये ALTERNATE BREATHING 5-5-5 MINUTE करें Iअनुलोम विलोम प्राणायाम ह्रदय के लिए लाभदायक हे क्योंकि इससे BLOOD सर्कुलेशन बढ़ता हे,रक्त वाहिकाएं साफ होती हें और यह ह्रदय को स्वस्थ और ताकतवर बनाता हे Iइससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्र बढती हें और HEART को ज्यादा उर्जा मिलती हे Iइससे ह्रदय की धड़कन सामान्य रहती हे और HEART ATTACK व् एंजाइना का खतरा कम होता हे Iयह HIGH BP को भी कंट्रोल करता हे I

HEART ATTACK से बचने के लिए LIFE स्टाइल :

HEART ATTACK से बचने के लिए योगासनों के साथ साथ हमे अपनी लाइफ स्टाइल में भी कुछ परिवर्तन करने पड़ेंगे जेसे –

योग के लाभ जानने के लिए ये विडियो देखें

htFAQtps://youtu.be/zA7camagW_Q

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निष्कर्ष (CONCLUSION):

हमने देखा कि हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचानने और उपचार करने के लिए योगासन का महत्व कैसे है। योग का अभ्यास करना हमारे दिल के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में सहायक हो सकता है। यह हमें हार्ट अटैक से बचाने में मदद करता हे I

योग का अभ्यास करना सिर्फ हार्ट अटैक के लिए ही नहीं, बल्कि आम जीवन में भी हमें एक स्वस्थ और सकारात्मक जीवनशैली अपनाने में मदद कर सकता है। इसलिए, हम सभी को योगासन को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए , ताकि हम स्वस्थ और खुश जीवन बिता सकें।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. Health Gurukul इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है

FAQ:

  1. क्या हैं वह प्रमुख लक्षण जिन्हें हार्ट अटैक समझा जा सकता है?

हार्ट अटैक के मुख्य लक्षणों में छाती में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, बेहोशी की स्थिति, उल्टी आदि शामिल हो सकते हैं.

  1. हार्ट अटैक के लिए कौन से योग बेहतर हैं?

हार्ट अटैक के उपचार में योग-आसनों जैसे पवनमुक्तासन, शवासन, भ्रामरी प्राणायाम, भुजंगासन आदि .

  1. हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या सावधानियाँ हैं?

हार्ट अटैक से बचने के लिए अल्कोहल और धूम्रपान से बचें, स्वस्थ आहार लें, प्राकृतिक तत्वों पर आधारित जीवनशैली अपनाएं, नियमित व्यायाम करें, स्ट्रेस को कम करें.

  1. हार्ट अटैक के दौरान क्या करें?

हार्ट अटैक के दौरान, तुरंत एम्बुलेंस को कॉल करें, रिस्क से दूर रहें, उन्हें जानें जो आपकी मदद कर सकते हैं, सक्रिय खंड दबाएँ, नियमित सांस

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