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जठराग्नि क्या होती है ? इस को बढ़ाने के लिए इन 10 टिप्स को अपनाएं!

10 टिप्स

अपनी जठराग्नि को बढ़ाने के लिए इन 10 टिप्स को अपनाएं!

नमस्ते दोस्तों ,RCM GURUKUL में आपका स्वागत हे Iआज हम आपको बताएंगे कुछ शानदार टिप्स जिनसे आप अपनी पाचन अग्नि को बढ़ा सकते हैं। अगर आप भी चाहते हैं कि आपका शरीर सही से खाएं, सही से पचाएं और सही से आपको ऊर्जा मिले, तो इन 10 टिप्स को ज़रूर अपनाएं। इस पोस्ट में हम आपको सिखाएंगे कैसे आप अपनी पाचन शक्ति को सुधार सकते हैं और स्वस्थ जीवन की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। आओअपनी जठराग्नि को बढ़ाने के लिए इन 10 टिप्स को अपनाएं और स्वस्थ रहें I

जठराग्नि क्या हे :

पाचन अग्नि को जठराग्नि भी कहा जाता हे I यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है I यह हमारे आहार को पचाता है और हमें ऊर्जा और ताकत देता है इसलिए पाचन अग्नि का स्वस्थ रहना हमारे स्वास्थ के लिए आवश्यक है, क्योंकि यह हमारे शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त करता है I यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है तथा इसके कमजोर होने से हमें अनेक प्रकार की पाचन समस्याओं जैसे कब्ज, गैस, एसिडिटी, बदहजमी, उल्टी, दस्त, आदि से ग्रस्त कर सकता है, जो हमारे जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करती हैं।

जठराग्नि के कमजोर होने के लक्षण :

  1.  अच्छी प्रकार भूख न लगना या खाने की इच्छा नहीं होती हैI
  2. कब्ज होना या मलत्याग ठीक से न होनाI
  3. पेट फूलना, सूजन और ब्लोटिंग की समस्या होना I
  4. हाइपर एसिडिटी (Hyperacidity) होना I
  5. शरीर में अकड़न और दर्द की समस्या होनाI

जठराग्नि के कमजोर होने के कारण :

जठराग्नि यदि कमजोर होती है तो हमें बहुत सी बीमारियां घेर लेती है। इसके कमजोर होने के पीछे हमारी अपनी गलत आदतें होती है। कुछ ऐसे कारण हैं जिसकी वजह से जठराग्नि कमजोर होती है।

1.अधिक मात्र में भोजन करना I

2.बिना भूख के खाना I

3.बिना चबाये तेजी से खाना खाना I

4 .EXCERCISE और योग ना करना I

5.अधिक उपवास करना I

6.विषम भोजन करना I

7.गति हीन लाइफ स्टाइल अपनाना I

8.भोजन के साथ या फ़ौरन बाद पानी पीना I

जठराग्नि को तेज करने के उपाय :

हमें अपनी पाचन अग्नि को बनाए रखने के लिए और बढ़ने के लिए कुछ उपाय करने चाहियें I हमें जठराग्नि को बढाने की 10 टिप्स अपनाने चाहियें –

1.अग्नि वर्धक आहार का सेवन करना :

आयुर्वेद के अनुसार पाचन शक्ति को बढ़ाने के लिए हमें अग्निवर्धक आहार का सेवन करना चाहिए। इस भोजन में शामिल चीजें हमारी पाचन अग्नि को उत्तेजित करती है और पाचन तंत्र को ठीक प्रकार से चलाने का काम करती है। इसमें शामिल होती है अदरक, हल्दी, जीरा ,लहसुन, अजवाइन, पुदीना, धनिया, लोग, दालचीनी, इलायची,और त्रिफला आदि । ये भोजन हमारे खाने को अच्छी प्रकार से पचाने में सहायता करते हें I अपचन ,गैस ,एसिडिटी और ब्लोटिंग से भी छुटकारा दिलाते हें I

2 .भोजन के समय और बाद में पानी ना पीना :

भोजन के समय और बाद में पानी पीने से आपकी पाचन अग्नि कमजोर हो सकती है, क्योंकि यह आपके पेट में मौजूद पाचक रसों को पतला कर देता है। इससे आपका भोजन ठीक से पच नहीं पाता है और आपको गैस, ब्लोटिंग, एसिडिटी, आदि की समस्या हो सकती है। इसलिए, भोजन के समय और बाद में पानी न पिएं, बल्कि भोजन से आधा घंटा पहले या एक घंटा बाद पानी पिएं। अगर आपको भोजन के समय प्यास लगे तो आप थोड़ा-सा गुनगुना पानी पी सकते हैं।

3.भोजन को खूब चबा कर खाना :

भोजन को अच्छे से चबाकर खाना भी आपकी जठराग्नि बढ़ाने का एक सरल और प्रभावशाली उपाय है। जब आप भोजन को अच्छे से चबाते हैं, तो आपके मुंह में मौजूद लार और एंजाइम उसेका पाचन करते हैं, जिससे आपके पेट को कम दबाव पड़ता है। हम यदि आँतों का काम दांतों से ले लें तो आपका भोजन जल्दी और आसानी से पच जाता है और आपको अपच, गैस, ब्लोटिंग, आदि से छुटकारा मिलता है।हमें नास्ते में 15 मिनट और खाने में कम से कम 30 मिनट लगानी चाहिए I

4 .निश्चित समय पर भोजन करना :

हमें नाश्ता ,खाना सब एक निश्चित समय पर करना चाहिए। हमे सर्केडियन रिदम का ध्यान रखना चाहिए । इसका अर्थ होता है कि हमारे दिमाग में एक घड़ी लगी हुई है। यदि हम उस घड़ी के हिसाब से काम करते हैं, उसके हिसाब से खाना खाते हैं, उसके हिसाब से एक्सरसाइज करते हैं, उसके हिसाब से सोते हैं, जगते हैं तो हम स्वस्थ रहते है, बीमार नहीं होते I यदि हम उसके हिसाब से काम नहीं करते तो बीमारियां हमें जकड़ लेती है। सर्केडियन रिदम का ध्यान रखते हुए हमें खाने का ,नाश्ते का समय निश्चित कर लेना चाहिए, जिससे पाचन ठीक प्रकार से उसके और हम पाचन सम्बन्धी बिमारियों से बच सकेI

5.भोजन के बाद वाकिंग करें :

अपनी पाचन अग्नि को तेज करने का एक अच्छा तरीका है भोजन के बाद थोड़ी देर पैदल चलना । जब आप भोजन के बाद चलते हैं, तो आपका ब्लड circulation बढ़ता है और आपके पाचन अंगों को ऑक्सीजन और पोषण मिलता है। इससे आपका भोजन जल्दी पच जाता है और आपको गैस, ब्लोटिंग, एसिडिटी, आदि से राहत मिलती है।भोजन के बाद आपको 0-15 मिनट पहले वज्रासन में बेठना चाहिए और बाद में कम से कम 20 मिनट तक धीरे-धीरे चलना चाहिए।इससे जठराग्नि सुचारू रूप से काम करती हे और हमारा पाचन ठीक रहता हे I

6 .खाना खाने के बाद सौंफ ,अजवायन या जीरे का उपयोग करें :

भोजन के बाद अपनी जठराग्नि को बढ़ाने के लिए अजवाइन, सौंफ या जीरा का सेवन करना भी एक प्राचीन और प्रभावी उपाय है । ये तीनों खाद्य पदार्थ आपकी पाचन अग्नि को उत्तेजित करते हैं और आपके पाचन तंत्र को साफ और स्वस्थ रखते हैं। इनमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-स्पैस्मोडिक(माँसपेशियों में ऐंठन रोकने वाला) और अग्नि वर्धक गुण होते हैं, जो आपको गैस, ब्लोटिंग, कब्ज, एसिडिटी, आदि से राहत देते हैं। आप इनमें से किसी भी एक का सेवन भोजन के बाद कर सकते हो Iभोजन के बाद सौंफ के साथ मिश्री खाने से भी पाचन में सुधर होता हे I

7 . आयुर्वेदिक चूर्ण का प्रयोग करें:

ऐसे बहुत से आयुर्वेदिक चूर्ण होते हैं जो औषधि के रूप में काम करते हैं। हमारी जठराग्नि को बढ़ाते हैं और पाचन समस्याओं से हमें राहत दिलाने का कार्य करते हैं। इन में से कुछ हैं – त्रिफला चूर्ण ,हिंग्वास्तक चूर्ण और चित्रकादि वटी इनका सेवन हम गुनगुने पानी के साथ कर सकते हैं। ये हमें अपचन, गैस और एसिडिटी से राहत दिला सकते हैं ।इनका प्रयोग करने से पहले हमे अपने डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए I

8 पानी हमेशा गर्म पियें :

अपनी जठराग्नि को बढ़ाने का एक सरल और प्रभावशाली उपाय है गर्म पानी पीना I गर्म पानी से आपका पेट गर्म और साफ होता है, और यह आपके पाचन तंत्र को शुद्ध और स्वस्थ रखता है। गर्म पानी से आपके आंतों में जमी मल और विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं, और आपको कब्ज, गैस, ब्लोटिंग, आदि से छुटकारा मिलता है। आपको रोजाना सुबह उठते ही एक गिलास गर्म पानी पीना चाहिए, और दिन भर में भी गर्म पानी ही पीना चाहिए। गर्म पानी पाचन के साथ हमारे गले के लिए भी बहत अच्छा होता हे I

9 . चटनी ,अचार और पापड का उपयोग करना :

अपनी जठराग्नि को बढ़ाने का एक आनंददायक और स्वादिष्ट तरीका है अचार, पापड़ और चटनी का सेवन करना। इन चीजों में ऐसे तत्व होते हैं, जो आपकी जठराग्नि को उत्तेजित करते हैं और आपके पाचन तंत्र को सक्रिय और संचालित रखते हैं। अचार में अदरक, हल्दी, लहसुन, लौंग, दालचीनी, इलायची, आदि जैसे मसाले होते हैं, जो आपकी पाचन अग्नि को बढ़ाते हैं। पापड़ में जीरा, अजवाइन, धनिया, आदि जैसे अग्नि वर्धक खाद्य पदार्थ होते हैं, जो आपके पेट को साफ और स्वस्थ रखते हैं। चटनी में पुदीना, धनिया, इमली, आदि जैसे तत्व होते हैं, जो आपके पाचन तंत्र को ठंडा और शांत रखते हैं। आप इन चीजो का सेवन अपनी पसंद के अनुसार कर सकते हो I

10 .योगासन करें :

जठराग्नि को बढ़ाने का एक बहुत अच्छा तरीका है योग को अपने जीवन का हिस्सा बना लेना। योगासन करने से मन और तन दोनों शांत और निर्मल होते हैं। हमारा ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। और शरीर में ऑक्सीजन का लेवल भी बढ़ता है। इससे पाचन अग्नि उत्तेजित होती है और पाचन अंगों की मालिश भी हो जाती है। कुछ ऐसे योगासन हैं, जो हमारी जठराग्नि को बढ़ाने में सहायता करते हैं।जेसे पवन मुक्तासन, भुजंगासन,पश्चिमोत्तासन, वक्रासन और शलभ आसन आदि। ये आसन हमें सुबह खाली पेट या शाम को खाना खाने के 4 घंटे बाद करने चाहिए। इनके कहने से। योगासन करने से हमारी पाचन प्रणाली सक्रिय रहती है, पाचक रस संतुलित मात्रा में निकलते हैं। भोजन अच्छी प्रकार पचता है और गैस, एसिडिटी या अपचन की समस्या नहीं रहती।

खाना खाने के बाद हम एक ही आसन कर सकते हैं, जिसका नाम है वज्रासन। यदि खाना खाने के बाद हम 5 मिनट से लेकर के 10 मिनट तक बज्रासन में बैठते हैं तो हमारा पाचन बहुत अच्छी प्रकार से होता है, जठराग्नि तेज हो जाती है और पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता हे I

योग के लाभ जानने के लिए ये विडियो देखें

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. Health Gurukul इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है

निष्कर्ष (CONCLUSION):

जठराग्नि को बढ़ाना और स्वस्थ जीवनशैली को बनाए रखना हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस लेख में हमने जठराग्नि को बढ़ाने के 10 महत्वपूर्ण टिप्स साझा किए हैं। ये आसान और प्रभावी उपाय हैं जो हमें अपनी आहार और जीवनशैली में परिवर्तन करके स्वस्थ रहने में मदद कर सकते हैं। इन उपायों को अपनाने से न केवल हमारी जठराग्नि मजबूत होगी, बल्कि हम अधिक ऊर्जा, बेहतर सामर्थ्य, और सुबह की ताजगी से भरा जीवन जी सकते हैं। सही दिशा में कदम बढ़ाने के लिए ये टिप्स एक स्वस्थ और जीवंत जीवन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम हो सकते हैं। इन उपायों को अपनाकर हम सब एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन की दिशा में अग्रसर हो सकते हैं।

FAQ:

Question 1: जठराग्नि क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
Answer 1: जठराग्नि शरीर में खाद्य पचाने की क्रिया है और सेहत के लिए आवश्यक है। इसके बिना, पोषक तत्व संशोधित नहीं होंगे और रोगों का सामना करना पड़ेगा।

Question 2: कौन से खाद्य पदार्थ जठराग्नि को बढ़ाने में सहायक हैं?
Answer 2: प्रोटीन की टिकड़ी, फलों और सब्जियों में फाइबर, आंतरजाल, जीरा और अदरक जठराग्नि में बढ़ोतरी करने में मदद कर सकते हैं।

Question 3: कमजोर जठराग्नि के लक्षण क्या हैं?
Answer 3: अव्यावस्थित पाचन, तेज थकान, शरीर में कमजोरी, पेट में गैस, और मलत्याग की समस्याएं कमजोर जठराग्नि के आम लक्षण हैं।

Question 4: क्या पानी जठराग्नि को बढ़ाने में मदद कर सकता है?
Answer 4: हां, पानी सही मात्रा में पिया जाए, तो यह जठराग्नि को सक्रिय रखने में मदद कर सकता है। यह पाचन प्रक्रिया को उन्नत रखता है और खाद्य समग्री को पचाने में मदद करता है।

Question 5: जठराग्नि को बढ़ाने के लिए संतुलित आहार अपनाना क्यों जरूरी है?
Answer 5: संतुलित आहार प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का सेवन करता है, जो शरीर को पर्याप्त पोषण देते हैं। इससे जठराग्नि उचित तरीके से काम कर सकती है और स्वास्थ्य बनाए रख सकती

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